राष्ट्रपति चुनाव जीतते ही Trump ने पुतिन से की कॉल
डोनाल्ड Trump ने 7 नवंबर 2024 को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की। यह बातचीत अमेरिका में उनकी जीत के बाद हुई। इस समय, अमेरिका और रूस के बीच कूटनीतिक संबंधों में बदलाव की चर्चा थी। ट्रंप के इस कदम को लेकर दुनिया भर में चर्चा है। वॉशिंगटन पोस्ट के अनुसार, यह कॉल फ्लोरिडा स्थित ट्रंप के रिसॉर्ट से किया गया था। इस कॉल में, ट्रंप ने पुतिन से यूक्रेन में युद्ध को रोकने की सलाह दी। उन्होंने यूरोप में अमेरिकी सैन्य की उपस्थिति को भी याद दिलाया।
पुतिन ने Trump को उनकी जीत पर बधाई दी। दोनों नेताओं ने आगे की बातचीत के लिए उत्सुकता व्यक्त की। पुतिन ने कहा कि वह अमेरिका और रूस के रिश्तों को बहाल करने के लिए तैयार हैं। दोनों नेताओं ने यूक्रेन में युद्ध पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि यूरोप में शांति के लिए एकजुट होना जरूरी है। ट्रंप ने कहा कि वह युद्ध का समाधान ढूंढने में रुचि रखते हैं। वे दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करना चाहते हैं।

Trump का यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने का वादा
अपने राष्ट्रपति अभियान के दौरान, ट्रंप ने कहा था कि वह यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करेंगे। लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि वे इसे कैसे करेंगे। मीडिया ने बताया कि ट्रंप ने पुतिन के साथ बातचीत में एक समझौते का समर्थन किया। इसमें रूस कुछ क्षेत्रों पर अपना कब्जा बनाए रखना शामिल है। ट्रंप ने पुतिन से कहा कि जमीन के मुद्दे को जल्द हल किया जाए। ताकि युद्ध समाप्त हो सके।
Trump के विश्व नेताओं के साथ संबंध
चुनाव जीतने के बाद, ट्रंप ने लगभग 70 देशों के नेताओं से बात की। इसमें यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की भी शामिल थे। उन्होंने जेलेंस्की को उनकी जीत की बधाई दी। और यूक्रेन के प्रति समर्थन का आश्वासन दिया। इस दौरान, एलन मस्क ने भी जेलेंस्की से बात की। उन्होंने कहा कि वे यूक्रेन को स्टारलिंक इंटरनेट कनेक्शन देंगे।
Trump की कूटनीतिक रणनीति
ट्रंप ने अपने कूटनीतिक दृष्टिकोण को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सैन्य को यूरोप में मजबूत करना महत्वपूर्ण है। उनका मानना है कि अमेरिका की ताकत यूरोप में कम नहीं होनी चाहिए। ट्रंप ने पुतिन को सूचित किया कि अमेरिका यूरोप में मजबूत सैन्य शक्ति रखता है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में युद्ध को बढ़ाने से बचना चाहिए। उनका मानना है कि यूरोप में शांति के लिए सैन्य शक्ति का संतुलन आवश्यक है।
Trump का यूक्रेन को लेकर दृष्टिकोण
यूक्रेनी अधिकारियों को पुतिन और ट्रंप के बीच की बातचीत की जानकारी मिली थी। उन्होंने इस पर कोई विरोध नहीं किया। यह इसलिए क्योंकि उन्हें पहले से पता था कि ट्रंप पुतिन से बात करेंगे। ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी बात की। उन्होंने उन्हें आश्वस्त किया कि उनका समर्थन यूक्रेन के लिए बरकरार है। लेकिन उन्होंने युद्ध के समाधान के लिए अपना दृष्टिकोण स्पष्ट नहीं किया। इस बातचीत के बाद भी यूक्रेन ने इस पर विरोध नहीं किया। उन्हें यह अहसास था कि ट्रंप रूस के साथ कूटनीतिक बातचीत के पक्षधर हैं।
Trump की विदेश नीति
ट्रंप की विदेश नीति में कूटनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। उन्होंने अपने राष्ट्रपति पद के दौरान कई अंतरराष्ट्रीय नेताओं से सीधे संवाद किया। उन्होंने कड़े फैसले लेने के बजाय वार्ता के रास्ते को अपनाया। राष्ट्रपति चुनाव के बाद उनकी यह रणनीति और भी मजबूत हो सकती है। खासतौर पर रूस और यूक्रेन के मामले में।
पुतिन और Trump के रिश्तों का भविष्य
ट्रंप और पुतिन के बीच का रिश्ता हमेशा मजबूत रहा है। दोनों नेताओं के बीच दोस्ताना माहौल था। पुतिन अक्सर ट्रंप के फैसलों का समर्थन करते थे। ट्रंप ने पुतिन को एक मजबूत नेता माना। अब देखेंगे कि ट्रंप राष्ट्रपति बनकर अमेरिका और रूस के रिश्ते कैसे बदलते हैं। दोनों देश यूक्रेन संकट का समाधान कैसे निकालते हैं।
Trump के लिए नई चुनौतियाँ
ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव जीता है। उन्हें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मामलों में कई फैसले लेने हैं। खासकर यूक्रेन युद्ध और अमेरिका-रूस के रिश्तों पर उनकी नीति दुनिया की नज़रों में होगी। उनका लक्ष्य अपने देश के लिए सही निर्णय लेना है। साथ ही, वैश्विक शांति बनाए रखने में भी योगदान देना होगा।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद, डोनाल्ड ट्रंप ने व्लादिमीर पुतिन से पहली महत्वपूर्ण कॉल की। इस कॉल में दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के बारे में चर्चा की। वे यूरोप में अमेरिकी सैन्य उपस्थिति के बारे में भी अपने दृष्टिकोण साझा किए। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि वह युद्ध के शीघ्र समाधान के लिए कूटनीतिक बातचीत के समर्थक हैं। हालांकि, उन्होंने विस्तृत योजना साझा नहीं की। लेकिन पुतिन से की गई यह बातचीत अमेरिकी राजनीति और वैश्विक कूटनीति में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है।
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