14 मार्च 2025 को, होली के रंगीन अवसर पर, बॉलीवुड अभिनेत्री और फिल्म निर्माता कंगना रनौत की बहुप्रतीक्षित फिल्म “इमरजेंसी” ने नेटफ्लिक्स पर अपनी डिजिटल शुरुआत की। यह फिल्म, जो भारत के इतिहास के एक विवादास्पद और महत्वपूर्ण अध्याय – 1975 की आपातकाल – पर आधारित है, कंगना का दूसरा निर्देशकीय प्रयास है।
अपनी पहली निर्देशित फिल्म “मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी” के बाद, कंगना ने इस बार पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जीवन और उनके कार्यकाल के दौरान के घटनाक्रमों को बड़े पर्दे पर उतारा। हालांकि यह फिल्म सिनेमाघरों में 17 जनवरी 2025 को रिलीज हुई थी, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर यह उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी।
अब नेटफ्लिक्स पर इसके आगमन से प्रशंसकों और दर्शकों में उत्साह की एक नई लहर देखने को मिल रही है। कंगना ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा, “देखें मेरा दूसरा निर्देशन ‘इमरजेंसी’ मणिकर्णिका के बाद, केवल नेटफ्लिक्स पर, कल से।” आइए, इस फिल्म की पूरी कहानी, इसके निर्माण से लेकर OTT तक के सफर को विस्तार से जानते हैं।

फिल्म का आधार और कहानी
“इमरजेंसी” एक ऐतिहासिक जीवनी पर आधारित ड्रामा फिल्म है, जो 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक भारत में लगाए गए आपातकाल के 21 महीनों की घटनाओं को दर्शाती है। इस दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में अभूतपूर्व कदम उठाए थे,
जिसने भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक गहरा निशान छोड़ा। फिल्म में कंगना रनौत ने इंदिरा गांधी की मुख्य भूमिका निभाई है, जो उनके करियर की सबसे चुनौतीपूर्ण और महत्वाकांक्षी भूमिकाओं में से एक मानी जा रही है। यह फिल्म केवल इंदिरा गांधी की बायोपिक नहीं है, बल्कि उस दौर के राजनीतिक उथल-पुथल, सामाजिक परिवर्तनों और व्यक्तिगत संघर्षों का एक सिनेमाई चित्रण है।
फिल्म की कहानी में उस समय के प्रमुख घटनाक्रमों को दिखाया गया है, जिसमें जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में विपक्ष का आंदोलन, संजय गांधी की भूमिका, और आपातकाल के दौरान लिए गए विवादास्पद फैसले शामिल हैं। कंगना ने इसे एक शेक्सपियरन त्रासदी के समान बताया है, जिसमें शक्ति, महत्वाकांक्षा और दुख का मिश्रण है। फिल्म का उद्देश्य न तो इंदिरा गांधी को महिमामंडित करना है और न ही उनकी छवि को धूमिल करना, बल्कि उस समय की जटिल परिस्थितियों को तटस्थता के साथ पेश करना है।
निर्माण और रिलीज का सफर
“इमरजेंसी” कंगना रनौत का एक जुनूनी प्रोजेक्ट रहा है। फिल्म की शूटिंग जुलाई 2022 में शुरू हुई और जनवरी 2023 में पूरी हुई। इसे शुरू में नवंबर 2023 में रिलीज करने की योजना थी, लेकिन कई कारणों से इसमें देरी हुई। पहले यह 14 जून 2024 को रिलीज होने वाली थी,
लेकिन लोकसभा चुनावों के कारण इसे फिर से टाल दिया गया। बाद में 6 सितंबर 2024 की तारीख तय की गई, लेकिन सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से प्रमाणन में देरी के कारण यह भी संभव नहीं हो सका। कंगना ने दावा किया था कि फिल्म को प्रमाणन देने में बाहरी दबावों के कारण रुकावटें आईं। सिख समुदाय के कुछ संगठनों ने फिल्म में उनकी छवि को लेकर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद तेलंगाना सरकार ने भी इसके प्रदर्शन पर प्रतिबंध की बात कही थी।
अंततः, 17 अक्टूबर 2024 को कंगना ने सोशल मीडिया पर घोषणा की कि CBFC ने फिल्म को मंजूरी दे दी है। इसके बाद 11 जनवरी 2025 को नागपुर में फिल्म का एक विशेष स्क्रीनिंग आयोजित किया गया, जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित कई हस्तियां शामिल हुईं।
17 जनवरी 2025 को यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई, लेकिन मिश्रित समीक्षाओं और कमजोर बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन के साथ इसका थिएटर रन ज्यादा प्रभावशाली नहीं रहा। फिल्म ने भारत में लगभग 21.65 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया, जो इसके 60 करोड़ रुपये के बजट की तुलना में काफी कम था।
OTT पर आगमन और होली का सरप्राइज
थिएटर में असफलता के बावजूद, “इमरजेंसी” का डिजिटल डेब्यू दर्शकों के लिए एक बड़ा आकर्षण बन गया है। शुरू में यह घोषणा की गई थी कि फिल्म 17 मार्च 2025 को नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होगी, लेकिन होली के मौके पर इसे 14 मार्च को ही रिलीज कर दिया गया। यह एक अप्रत्याशित कदम था,
जिसने प्रशंसकों को उत्साहित कर दिया। नेटफ्लिक्स ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, “शक्ति और संकट की रोमांचक कहानी। इमरजेंसी अब नेटफ्लिक्स पर देखें। #EmergencyOnNetflix”। कंगना ने भी इसे अपने प्रशंसकों के साथ साझा करते हुए लिखा, “एक राष्ट्र, एक फैसला, एक आपातकाल। इमरजेंसी अब नेटफ्लिक्स पर आ गई है, जरूर देखें।”
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेटफ्लिक्स ने इस फिल्म के स्ट्रीमिंग अधिकार 80 करोड़ रुपये में खरीदे हैं, जो इसके बॉक्स ऑफिस कलेक्शन से कहीं ज्यादा है। यह दर्शाता है कि OTT प्लेटफॉर्म पर फिल्म को लेकर कितनी उम्मीदें हैं। होली के त्योहार के साथ इसकी रिलीज को एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है, ताकि लंबे वीकेंड के दौरान दर्शक इसे घर पर देख सकें।
कास्ट और क्रू
“इमरजेंसी” में कंगना रनौत के अलावा कई दिग्गज कलाकारों ने महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। अनुपम खेर ने जयप्रकाश नारायण, श्रेयस तलपड़े ने अटल बिहारी वाजपेयी, मिलिंद सोमन ने फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ, और विशाक नायर ने संजय गांधी की भूमिका निभाई है। इसके अलावा, महिमा चौधरी, भूमिका चावला, और दिवंगत सतीश कौशिक भी फिल्म का हिस्सा हैं। फिल्म के संवाद और पटकथा रितेश शाह ने लिखे हैं, जबकि संगीत जी.वी. प्रकाश कुमार ने दिया है। बैकग्राउंड स्कोर संचित बलhara और अंकित बलhara ने तैयार किया है।
कंगना ने न केवल अभिनय और निर्देशन किया, बल्कि फिल्म को रenu पitti और उमेश केआर बंसल के साथ मिलकर प्रोड्यूस भी किया। यह फिल्म मणिकर्णिका फिल्म्स और ज़ी स्टूडियोज के बैनर तले बनी है।
विवाद और समीक्षा
“इमरजेंसी” अपने निर्माण से लेकर रिलीज तक कई विवादों में घिरी रही। सिख समुदाय ने फिल्म में उनकी छवि के चित्रण पर आपत्ति जताई, जिसके चलते कुछ जगहों पर इसके प्रदर्शन पर रोक की मांग उठी। कंगना ने इन विवादों पर खुलकर जवाब दिया और कहा कि उनका इरादा किसी समुदाय को ठेस पहुंचाना नहीं था। CBFC के साथ भी फिल्म को लेकर लंबी खींचतान चली, जिसके बाद कुछ कट्स के साथ इसे मंजूरी दी गई।
समीक्षकों ने फिल्म को मिश्रित प्रतिक्रिया दी। कुछ ने कंगना के अभिनय और प्रोडक्शन क्वालिटी की तारीफ की, तो कुछ ने इसकी कहानी को असंतुलित और ऐतिहासिक तथ्यों से समझौता करने वाला बताया। फिल्म ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने इसे 3.5 स्टार दिए और कंगना के प्रदर्शन को शानदार बताया, लेकिन कई अन्य समीक्षकों ने इसे 1 से 2.5 स्टार के बीच रेटिंग दी।
“इमरजेंसी” कंगना रनौत के करियर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। यह फिल्म उनके साहस और उनकी कहानी कहने की शैली को दर्शाती है। भले ही यह सिनेमाघरों में सफल न हो सकी, लेकिन नेटफ्लिक्स पर इसका आगमन इसे एक नया जीवन दे सकता है।
होली के मौके पर यह फिल्म दर्शकों के लिए एक खास तोहफा बनकर आई है, जो इतिहास, राजनीति और ड्रामा के शौकीनों को आकर्षित कर सकती है। कंगना की यह यात्रा न केवल उनकी प्रतिभा को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि वह चुनौतियों से डरती नहीं हैं। अब यह देखना बाकी है कि OTT पर यह फिल्म दर्शकों का कितना प्यार बटोर पाती है।