Gorakhpur Today News: ‘श्रीकृष्णलीला दर्शन’ का 84 साल बाद पुनः प्रकाशन
गोरखपुर में धार्मिक पुस्तकों के प्रकाशन को लेकर चर्चा है। ‘श्रीकृष्णलीला दर्शन’ का पुनः प्रकाशन 84 साल बाद हो रहा है। यह पुस्तक भगवान श्रीकृष्ण के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को दिखाती है। यह पुस्तक श्रीकृष्ण के जन्म से लेकर उनकी बाललीला तक के प्रसंगों का वर्णन करती है। संत प्रभुदत्त ब्रह्मचारी ने इस ग्रंथ को लिखा है। अब यह आर्ट पेपर पर चार रंगों में प्रकाशित होगा।
Gorakhpur Today News: आर्ट पेपर पर प्रकाशित ‘श्रीकृष्णलीला दर्शन’ में 101 चित्र होंगे
गीताप्रेस गोरखपुर ने ‘श्रीकृष्णलीला दर्शन’ का पुनः प्रकाशन किया है। इसमें 101 चित्र होंगे। भगवान श्रीकृष्ण की बाललीला के प्रमुख प्रसंगों को चित्रों के माध्यम से दिखाया जाएगा। पहले संस्करण में 68 चित्र थे, लेकिन अब 101 चित्रों के साथ यह पुस्तक और भी आकर्षक हो गई है।
Gorakhpur Today News: श्रीकृष्णलीला दर्शन का मूल्य और विशेषताएँ
गीताप्रेस गोरखपुर ‘श्रीकृष्णलीला दर्शन’ का आर्ट पेपर पर प्रकाशन कर रहा है। इसकी कीमत लगभग 300 रुपये हो सकती है। पहले इसमें 160 पृष्ठ थे, लेकिन अब 256 पृष्ठ होंगे। 84 साल बाद, इस पुस्तक को एक नई और बेहतर गुणवत्ता में पेश किया जाएगा। चित्रों को प्लास्टिक लेमिनेटेड किया जाएगा ताकि वे खराब न हों।
Gorakhpur Today News: गीताप्रेस गोरखपुर का पुनः प्रकाशन निर्णय
डॉ. लालमणि तिवारी ने बताया कि गीताप्रेस ने यह निर्णय लिया है। अब उनके पास पर्याप्त संसाधन हैं। पहले संसाधन सीमित थे, लेकिन अब वे बड़े पैमाने पर उच्च गुणवत्ता वाली किताबें प्रकाशित कर सकते हैं। ‘श्रीकृष्णलीला दर्शन’ का पुनः प्रकाशन इसका उदाहरण है।
कृष्ण के जीवन के 73 प्रमुख प्रसंगों का चित्रण
इस पुस्तक में भगवान श्रीकृष्ण के जीवन के 73 प्रमुख प्रसंगों का सुंदर चित्रण किया गया है। इसमें उनके जन्म, बचपन के खेल, माखन चोरी और मथुरागमन शामिल हैं।
कंस वध जैसी ऐतिहासिक घटनाएँ भी इसमें हैं। पुस्तक पढ़कर, पाठक कृष्ण की महिमा का अनुभव करेंगे।
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