Jiribam एनकाउंटर: कुकी उग्रवादियों ने CRPF कैंप पर हमला किया
मणिपुर के Jiribam जिले में एक हमला हुआ। इसमें 11 उग्रवादी मारे गए। सुरक्षाबलों ने बताया कि उग्रवादी अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे।उन्होंने पहले बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन पर हमला किया। इसके बाद, जकुराधोर स्थित CRPF कैंप पर हमला किया। इस दौरान, दो CRPF जवान घायल हुए।

CRPF कैंप पर हमला करने वाले उग्रवादी कौन थे?
पुलिस ने बताया कि उग्रवादी छद्म वर्दी पहनकर आए थे। उनके पास AK-47, SLR, इंसास, RPG जैसे हथियार थे। उन्होंने बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन के आसपास खौफ फैलाया। फिर, सीआरपीएफ कैंप पर हमला किया। यह हमला सुबह करीब 3:30 बजे हुआ था। सुरक्षाबलों ने 45 मिनट तक एनकाउंटर किया। इस एनकाउंटर में 11 उग्रवादी मारे गए।
Jiribam जिले में 11 उग्रवादी मारे गए
हमले के बाद, पुलिस ने तलाशी शुरू की। उन्होंने कई हथियार ढूंढे और पकड़े। उनमें 4 SLR, 3 AK-47, 2 इंसास राइफलें, 1 RPG, 1 पंप एक्शन गन, और बीपी हेलमेट शामिल थे। इस हमले में CRPF के दो जवान घायल हुए। एक की हालत बहुत खराब है। हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
हमलावरों द्वारा आगजनी और हिंसा का मामला
उग्रवादियों ने जकुराधोर में आग लगाई। उन्होंने खाली घरों और दुकानों में आग लगाई। इम्फाल घाटी में तनाव बढ़ गया है। कुकी और मैतेई समुदाय के बीच तनाव बढ़ रहा है। पुलिस ने इलाके में शांति बहाली के लिए कर्फ्यू लगाया। सुरक्षा को मजबूत किया गया है।
कुकी उग्रवादियों का उद्देश्य क्या था?
कुकी उग्रवादियों ने एक CRPF कैंप और एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया। उन्हें अत्याधुनिक हथियार मिले थे, जो बड़े पैमाने पर हिंसा का संकेत देते हैं। उनका मकसद मणिपुर में अस्थिरता फैलाना और सुरक्षा बलों के खिलाफ लड़ना था। पुलिस और सुरक्षा बलों ने उग्रवादियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की। उन्होंने उग्रवादियों को पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया।
मणिपुर के Jiribam में क्या हो रही है हिंसा?
Jiribam जिले में हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं। कुकी उग्रवादियों ने आगजनी और गोलीबारी की है। इम्फाल घाटी में भी संघर्ष हुआ है। उग्रवादियों ने इम्फाल के कुछ इलाकों में हमला किया। कई लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने इलाके में तलाशी अभियान चला रखा है। कई नाके और चेकपॉइंट लगाए गए हैं।
उग्रवादियों द्वारा हुई हिंसा के बाद सरकार की प्रतिक्रिया
राज्य सरकार ने उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है। सरकार ने सुरक्षा बलों को सक्रिय किया है। Jiribam जिले में कर्फ्यू लगाया गया है। सुरक्षा के लिए कई मार्गों पर काफिले तैनात की गई हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि यातायात बिना रुकावट के चले। पुलिस ने कहा कि असम राइफल्स, सीआरपीएफ और सिविल पुलिस की टीमें तलाशी चला रही हैं।
Jiribam में राहत शिविर से गायब हुए पांच लोग
बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन में राहत शिविर से 5 लोग लापता हो गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, इन लोगों के लापता होने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।कुछ लोगों का मानना है कि ये लोग आतंकवादियों द्वारा अपहृत हो सकते हैं। दूसरों का मानना है कि वे कहीं छिप गए होंगे। पुलिस ने इन लोगों की तलाश शुरू कर दी है। इस मामले की जांच जारी है।
कुकी संगठन ने आह्वान किया बंद
कुकी-ज़ो काउंसिल ने Jiribam हमले के विरोध में 5 बजे से 6 बजे तक पूर्ण बंद का आह्वान किया है। यह बंद कुकी समुदाय के उन लोगों की हत्या के खिलाफ है। जिन्होंने इस हमले में अपनी जान गंवाई है। कुकी संगठन ने राज्य सरकार से मांग की है कि अपराधियों को जल्दी गिरफ्तार किया जाए। उन्हें सख्त सजा देनी चाहिए।
Jiribam हिंसा के बाद मणिपुर में बढ़ता तनाव
Jiribam में हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं। जून में एक किसान का शव मिलने के बाद से यहां जातीय हिंसा की घटनाएं देखी जा रही हैं। मणिपुर के पहाड़ी और घाटी क्षेत्रों में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच संघर्ष जारी है। हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं। पुलिस और सुरक्षा बल इन समुदायों के बीच शांति स्थापित करने के लिए प्रयासरत हैं।